स्विचगियर परीक्षण एवं विकास केन्द्र (एसटीडीएस), भोपाल

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार, नई दिल्ली के अधीन परीक्षण एवं अंशांकन प्रयोगशालाओं के लिए राष्ट्रीय प्रत्यायन बोर्ड (एनएबीएल) द्वारा आईएसओ निर्देशिका 17025/ईएन45000 मानकों के मुताबिक एसटीडीएस का प्रत्यायन परीक्षण प्रयोगशाला के तौर पर किया गया है। एसटीडीएस को सीबी योजना (आईईसीईई-सीबी) के अंतर्गत नि.वो. एचआरसी फ्यूज़, एमसीबी, फ्यूज़ स्विच यूनिटों, सम्पर्कित्र एवं मोटर प्रवर्तकों के लिए इंटरनेशनल इलेक्ट्रो-टेक्निकल कमिटि, फ्रांस द्वारा मान्यता प्राप्त हुई है।

एसटीडीएस की परीक्षण एवं प्रमाणन सेवाओं की दीर्घकालीन रिकार्ड है जो चार दशकों की है तथा अपनी स्तुत्य उपलब्धियों के आधार पर एसटीडीएस अपनी प्रयोग शालाओं को निर्माताओं और उद्यमियों के विद्युत प्रणाली उपकरण के परीक्षण व प्रमाणन में कार्यरत किसी भी अंतर्राष्ट्रीय प्रयोगशाला के समतुल्य घोषित कर सकता है। सम्प्रति, अपने ग्राहकों, जो दोनों लघु व बृहत् उद्योगों तथा उद्यमियों से है, के वैद्युत उपस्कर के गुणता आश्वासन के लिए एसटीडीएस विकासीय और परीक्षण आवश्यकताओं की पूर्ति करता है व अतएव एसटीडीएस देश में विद्युत क्षेत्र को स्वावलम्बी बनाने के लिए समर्पित है ।

केंद्र 1:

विशेष रूप से अभिकल्पित लघुपथन प्रत्यावर्तित्र का उपयोग करता 1500 एमवीए दक्षता का प्रत्यक्ष लघुपथन परीक्षण केंद्र। प्रधानतया यह केंद्र उच्च और मध्यम वोल्टता स्विचगियरों, परिणामित्रों एवं अन्य सहायक उपस्कर पर लघु पथन परीक्षणों को सम्पन्न करता है।

केंद्र 2:

चालू लाइन परीक्षण केंद्र, म.प्र.वि.मं. ग्रिड से 100 एमवीए तक का परीक्षण विद्युत का उपभोग करता हुआ। प्रधानतया यह केंद्र निम्न वोल्टता स्विचगियरों, परिणामित्रों एवं अन्य सहायक उपस्कर पर लघु पथन परीक्षणों को सम्पन्न करता है।